धोळ -१
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जागी परभाते गणेशने गाईए
(राग: प्रभाती)
जेना प्रतापे सुखी अति थाईए... (१)
गवरीनां नंद विघनने हरता,
शुभकार्यनां आप छो करता.... (र)
दीनबंधु दयाळु छो देवा,
तेत्रीस करोड पहेला तमारी सेवा.... (३)
हाथ जोडीने हुं शिश नमावुं,
मनना मनोरथ कही संभळावुं.... (४)
आज अमो घरे ओच्छव भारी,
रिघ्धि-सिध्धि पति लेजो सुधारी... (५)
स्वामि सुखरामना छो सुखकारी,
वारंवार जाउं बलिहारी... (६)
Jagi parabhate
ganeshane gaie,
jena pratape
sukhi ati thaie... (1)
Gavarinan nanda
vighanane harata,
shubhakaryanan
ap chho karata.... (2)
Dinabandhu
dayalu chho deva,
tetris karod
pahela tamari seva.... (3)
hath jodine hun
shish namavun,
manana manorath
kahi sanbhalavun.... (4)
aj amo ghare
ochchhav bhari,
righdhi-sidhdhi
pati lejo sudhari... (5)
Swami
sukharamana chho sukhakari,
varanvar jaun
balihari... (6)
|| सतगुरु देव की जय ||
|| भरतदास बापु नी जय ||
|| दामजीरामबापु नी जय ||
|| गरीबदासबापु नी जय ||
||सुखराम बापु नी जय ||
|| बुध्धगीरी स्वामी नी जय ||
|| नूरापीर की जय ||
||रामापीर की जय ||
|| श्री तापी मात की जय ||
|| श्री गौ माता की जय ||
|| सत्य सनातन धर्म की जय ||
|| जय जय सीताराम ||
|| ॐ नमः पार्वती पती हर हर महादेव हर ||
|| सीताराम ||
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