झीलणीयुं -४
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जेमा चारे वेदनो छे सार रे
(રरागः छोडो छोडो काना मारो छेडलो)
जेमां चारे वेदनो छे सार रे, वनमांही वगाडे वालो वांसळी... टेक
शिव ब्रह्मा समरण तजी सांभळे रे जी;
स्थिर थया जमुनाजीनां नीर रे... वनमांही (१)
व्रज वनिता व्याकुळ थई ने फरे;
कांई न सुजे घरनां काज रे … वनमांही (र)
राधे अति रे उमंग भर्या चालीया;
संगे लीधो साहेलीनो साथ रे… वनमांही (3)
कदम नीचे ऊभा प्यारा कानजी;
चोय तरफ गायुं ने गोवाळ रे…वनमांही (४)
मोर पींछनो मूगुट माथे धार्यो;
कांधे कांमळी लकुटी हाथ रे…वनमांही (५)
सुखरामना रवामि ना साथमां
गोपी सौ मळी रमे छे रास रे… वनमांही (६)
जेमां चारे वेदनो छे सार रे, वनमांही वगाडे वालो वांसळी...
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Jeman chare
vedano chhe sar re, vanamanhi vagade valo vansali... tek
Shiv brahma
samaran taji sanbhale re ji;
Sthir thaya jamunajinan nir re... Vanamanhi (1)
Vraj vanita
vyakul thai ne fare;
Kani n suje gharanan kaj re … vanamanhi (2)
Radhe ati re
umanga bharya chaliya;
Sange lidho sahelino sath re… vanamanhi (3)
Kadam niche ubha
pyara kanaji;
Choya taraf gayun ne goval re…vanamanhi (4)
Mor pinchhano
mugut mathe dharyo;
Kandhe kanmali lakuti hath re…vanamanhi (5)
Sukharamana
savami na sathaman
Gopi sau mali rame chhe ras re… vanamanhi (6)
Jeman chare vedano chhe sar re, vanamanhi vagade valo vansali...
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|| सतगुरु देव की जय ||
|| भरतदास बापु नी जय ||
|| दामजीरामबापु नी जय ||
|| गरीबदासबापु नी जय ||
||सुखराम बापु नी जय ||
|| बुध्धगीरी स्वामी नी जय ||
|| नूरापीर की जय ||
||रामापीर की जय ||
|| श्री तापी मात की जय ||
|| श्री गौ माता की जय ||
|| सत्य सनातन धर्म की जय ||
|| जय जय सीताराम ||
|| ॐ नमः पार्वती पती हर हर महादेव हर ||
|| सीताराम ||
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